हिन्द न्यूज़, बिहार
आसन्न लोकसभा आम निर्वाचन, 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने को लेकर जिलाधिकारी यशपाल सिंह मीणा एवं जिला पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय कुमार के द्वारा सभी को कोषांगों के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी तथा ई आर ओ के साथ बैठक कर कई आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।
सर्वप्रथम आर्म्स सत्यापन पर फोकस करते हुए जिलाधिकारी यशपाल सिंह मीणा ने कहा कि 13 फरवरी से 15 फरवरी तक जिला के सभी स्थानों पर कैंप लगाकर आर्म्स सत्यापन करा ली जाए। इसमें कोई लाइसेंसधारी अगर अपने आर्म्स का सत्यापन नहीं कराते हैं तो उनका लाइसेंस रद्द करने, आर्म्स जप्त करने और उन्हें ब्लैक लिस्टेड करने का तुरंत प्रस्ताव दिया जाए। इसमें कोई शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि सत्यापन कार्य के लिए टीम बना देने का निर्देश दिया गया जिसमें एसडीओ, डीसीएलआर, सभी वरीय उपसमाहर्ता, बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी को शामिल किया जाए। उन्होंने आगे कहा कहा कि आर्म्स सत्यापन के दौरान ही निरोधात्मक कार्रवाई के लिए 107 के अंतर्गत लोगों को चिन्हित कर 16 फरवरी को सभी थाना से प्रस्ताव संबंधित एसडीएम को भेजा जाना सुनिश्चित किया जाए ताकि 25 फरवरी तक बाउंड बंध पत्र की कार्रवाई पूरी कराई जा सके। उन्होंने आगे कहा कि अपर समाहर्ता वैशाली की अध्यक्षता में एक टीम बनाई जाए जो आर्म्स की दुकानों की जांच करे और बिक्री की गई ।सभी सामग्रियों की मिलान करें। गोपनीय प्रभारी को निर्देश दिया गया कि 12 फरवरी, सोमवार को मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित एन-कोर्ड की बैठक बुलाए। सीमावर्ती जिलों से बात कर सीमांत क्षेत्रों में पुलिस पीकेट खुलवाएं ।ताकि दोनों तरफ से सघन जांच की जा सके।
मुख्य सचिव,बिहार डीजीपी, बिहार एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के साथ बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त, आईजी, डीआईजी, बिहार के सभी डीएम और एसपी के साथ हुई निर्वाचन संबंधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद जिलाधिकारी वैशाली यशपाल सिंह मीणा के द्वारा उक्त सभी निर्देश दिए गए हैं। अपने कार्यालय कक्ष में पदाधिकारियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि 14 फरवरी तक जिला के सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम डेमोंसट्रेशन का कार्य पूर्ण कर ली जाए। 15 फरवरी के पहले जिला में राजनीतिक दलों के अध्यक्षों के साथ एक बैठक बुलाई जाए। जिसमें चुनाव तैयारी की सभी जरूरी जानकारी दी जा सके। सभी एसडीओ को निर्देश दिया गया कि प्रखंड कार्यालय में ईपिक डिस्पैच का रेंडम जांच करें। 1950 पर चल रहे कॉल सेंटर की भी जांच करने का निर्देश दिया गया। प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि निर्वाचन कार्य में प्रयुक्त होने वाले सभी पोलिंग पर्सनल के लिए ट्रेंनिंग शेड्यूल बना दें।
संवाददाता : रमेश प्रसाद सिंह, बिहार