हिन्द न्यूज़, गांधीनगर
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमितभाई शाह की अध्यक्षता में आज के ‘हिंदी दिवस’ के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल, केंद्र सरकार के मंत्रीगण एवं अन्य गणमान्य महानुभावों की उपस्थिति में ‘हिंदी दिवस समारोह-2025’ तथा पांचवें ‘अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन’ का आयोजन गांधीनगर के महात्मा मंदिर में किया गया था।
इस अवसर पर केंद्र सरकार के राजभाषा विभाग, विभिन्न संस्थाओं एवं इसरो की विशिष्ट पुस्तकों के साथ, बहुभाषी अनुवाद सारथी ‘भारती’ सॉफ्टवेयर एवं आशुलिपि स्व-शिक्षण मॉड्यूल का विमोचन और ‘हिंदी शब्द सिन्धु’ (संस्करण-3) का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर, दृष्टिबाधित व्यक्तियों को AI संचालित स्मार्ट विज़न के चश्मे का वितरण और राजभाषा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए ‘राजभाषा कीर्ति’ और ‘राजभाषा गौरव’ पुरस्कार प्रदान किए गए।
केंद्रीय गृह-सहकारिता मंत्री जी ने इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन उनके लोकसभा क्षेत्र गांधीनगर में होने हेतु गौरव व्यक्त करते हुए बताया कि, हिंदी भारतीय भाषाओं की स्पर्धक नहीं है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण गुजरात है। उन्होंने आज लोकार्पित हुए हिंदी भाषा के संस्करणों के बारे में विस्तार से सभी को माहितगार करने के साथ राष्ट्र भाषा हिंदी और हर भारतीय भाषाओं के महत्व को उजागर किया।
मुख्यमंत्री जी ने सभी को ‘हिंदी दिवस’ की शुभकामनाएं देने के साथ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदी के भाषा प्रेम का संदर्भ देते हुए कहा था की, उन्हीं के प्रयासों के कारण आज हिंदी दिवस एक उत्सव ही नहीं रहा, बल्कि यह हमारी भाषा के संरक्षण का संकल्प बन गया है।
उन्होंने युवाओं को राजभाषा हिंदी और अपनी मातृभाषा को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए अनुरोध किया, साथ ही, गृह-सहकारिता मंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राजभाषा विभाग की भारतीय भाषाओं को सम्मान देने वाली विभिन्न पहलों की रूपरेखा दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं की शक्ति को जोड़कर आत्मनिर्भर, विकसित और सुसंस्कृत राष्ट्र बनाने का दृढ़ विश्वास व्यक्त किया।
