शादी समारोह की जाजम पर अफीम की मनुहार की तो होगी जेल 

हिन्द न्यूज़, भीनमाल 

      सीएलजी सदस्यों व शहर के गणमान्य नागरिकों की बैठक स्थानीय पुलिस थाना परिसर में एसओजी एडीजे वी के सिंह एवं पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव की मौजूदगी में आयोजित हुई।

        इस दौरान एडीजे वी के सिंह ने कहा कि राजस्थान की पिछली सरकार में सबसे ज्यादा पेपर आऊट, पेपर लीक व नकल गिरोह सक्रिय रहने से सरकारी नौकरी में फर्जीवाड़ा हुआ है। उक्त मामले में अभी तक 120 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और अभी इससे भी ज्यादा

          दर्ज होने की संभावना है। उक्त मामलों में आरोपियों का आंकड़ा एक हजार से भी ज्यादा होने की संभावना है।जिसमे सरकारी सेवा से जुड़े लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। एडीजे ने कहा कि जिनका नाम अभी तक नहीं आया है, उनका नाम जांच की प्रगति के साथ आना तय है। एडीजे ने कहा कि यह सब सफलता स्थानीय मुखबिरों व सूचना तंत्रों की बदौलत हासिल हुई है। उन्होंने स्थानीय मुखबिरों की तारीफ करते हुए कहा कि वो लगातार उनको गोपनीय सूचना उपलब्ध करवा रहे हैं कि यह व्यक्ति देसावर में स्टील की दुकान पर कार्य करता था और सरकारी नौकरी हासिल कर ली है। ऐसे व्यक्ति को पकड़ने में सबसे ज्यादा आसानी होती है। एडीजे ने कहा कि बिना मेहनत के शिक्षक बन तो गए हैं, लेकिन उनको स्कूल में पढ़ना नहीं आता है, ऐसे लोगों की भी गोपनीय जानकारी मिल रही है।जिनकी गोपनीय सूचना जानकारी जुटाकर कार्यवाही की जा रही है। एडीजे ने कहा कि कई ऐसे भी कलाकार सामने आए हैं, जिन्होंने अप्रत्यक्ष भूमिका निभाकर करोड़ो रुपए कमाए हैं । ऐसे मामले में एक जेल प्रहरी को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। एडीजे ने कहा कि राजस्थान में कई यूनिवर्सिटी भी फर्जी डिग्रियां बेचकर हजार करोड़ों रुपयों के मालिक बन गए हैं । ऐसी दो यूनिवर्सिटी के मालिकों के खिलाफ कार्यवाही कर चुरु के एक यूनिवर्सिटी के मालिक को करीब एक वर्ष पूर्व गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वीके सिंह ने कहा कि फर्जी दस्तावेज के माध्यम से नौकरी प्राप्त करने वाले तीन सौ शिक्षकों व पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया जा चुका है, जिनको किसी भी हालात में बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि फर्जी डिग्री गैंग को ध्वस्त करने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में भी भारी गड़बड़ी हुई है, जिसमे लोभ-लालच में आकर पुलिस के लोग भी शामिल होना पाया गया है। जिन्हें बक्शा नहीं जाएगा, क्योंकि एक पुलिस कर्मी की गड़बड़ी अन्य दस के बराबर होती है, इसलिए पुलिस विभाग में भी सुधार की आवश्यकता है। एडीजे ने पुलिस विभाग को सक्रिय रखने के लिए नागरिकों से अपील की कि वे सजग रहकर तत्काल सूचना देवे। एडीजे ने जालोर जिले में अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव, सांचौर सहायक पुलिस अधीक्षक शरण गोपीनाथ कांबले, स्थानीय पुलिस उप अधीक्षक अन्नराजसिंह राजपुरोहित व थाना अधिकारी रामेश्वरलाल भाटी के प्रयासों व ईमानदारी की तारीफ की।इस दौरान शेखर व्यास, जोरावरसिंह राव, राव वचनसिह, भरतसिंह भोजानी व गुमानसिंह राव ने सीमित संसाधनों व कम नफरी के बावजूद पुलिस के प्रयासों की तारीफ की। पुखराज बिश्नोई ने नकल गिरोह, पेपर लीक व फर्जीवाड़े को रोकने के लिए एसओजी के प्रयासों की तारीफ की।

       इस अवसर पर नागरिक कल्याण मंच के अध्यक्ष माणकमल भंडारी, पारस मोदी, हकसिंह राव, सरोज बाफना, एडवोकेट हेमलता जैन, खुशबू कंसारा, राव नरपतसिंह लोल, गोमती सांखला, प्रताप पुरोहित, प्रकाश विश्नोई, केराराम चौधरी, श्रवणसिंह राव, ओटाराम मेघवाल, अशोकसिंह ओपवत, शबीर शेख, उकसिंह देवल, ओमप्रकाश माहेश्वरी, बादल हरिजन, किशोर सांखला, हाजी सतार खा, हक़सिंह जे राव, शंकरलाल माहेश्वरी, मुस्ताक खा, मुकेश माहेश्वरी, लोकेंद्रसिंह राव, ईकबाल खा, मानाराम माली, भारताराम माली, जोगाराम चौधरी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे। इससे पूर्व एडीजे द्वारा पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय व पुलिस थाने का निरीक्षण कर रिकॉर्ड की जांच व अपराधों की रोकथाम के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा की।

मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए रिंग तोड़ने की आवश्यकता

      एडीजे वीके सिंह ने जिले में मादक पदार्थ की तस्करी व उपभोग को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव के निर्देशन में जिले भर में संचालित अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि समाज में ऐसी कुरीतियों को रोकने के लिए युवाओं व जागरूक लोगों को आगे आने व इसकी गोपनीय सूचना पुलिस को देनी चाहिए। इस हेतु अब सामाजिक कार्यक्रमों पर भी पुलिस की पैनी नज़र रखी जाएगी।

112 का अधिक से अधिक उपयोग की अपील

एडीजे वीके सिंह व एसपी ज्ञानचंद यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपराधों पर नियंत्रण करने व तत्काल पुलिस घटना स्थल पर पहुंचने के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 की व्यवस्था की गई है। जिसमे शहर में मात्र तीन मिनिट व थाना क्षेत्र में मात्र पंद्रह मिनट में पुलिस को पहुंचना जरूरी होता है । इसके लिए अलग से वाहन व पुलिस जाब्ता लगा हुआ है, यदि फोन के बाद पुलिस नहीं पहुंचती हैं तो उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

भूमाफिया, बजरी माफिया व फर्जी पत्रकारों की खैर नहीं

एडीजे ने कहा कि राजस्थान में भूमाफिया भी सक्रिय है। जिनके खिलाफ शिकायत दर्ज होते ही कार्यवाही की जाएगी । इसके अलावा बजरी माफिया ने भी पुलिस विभाग को खासा परेशान कर रखा है, जिनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। राव वचनसिंह ने फर्जी मीडिया माफिया पर नकेल कसने की मांग रखी, जिस पर एसओजी के एडीजी वी के सिंह ने इस महत्वपूर्ण मुद्दे को संज्ञान में लेकर कारवाई करने का भरोसा दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में फर्जी पत्रकारों व ब्लैकमेल करने वाले यूट्यूबर पर भी पैनी नजर रखी जा रही है, यदि कोई गलत पाया गया तो कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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