हिन्द न्यूज़, बिहार
वैशाली जिले में कारीगर, मजदूर, शिल्पकार जैसे विश्वकर्मा समुदाय को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके । जिसको लेकर जिलाधिकारी यशपाल सिंह मीणा ने समाहरणालय के सभागार में ऐसे कार्य से जुड़े ट्रेड यूनियन के साथ एक गहन बैठक की।
उन्होंने आगे कहा कि पूरे जिले में दर्जी, टेलर , कारीगर, लोहार, माली आदि को चिन्हित करते हुए समय सीमा में उनका निबंधन कराया जाए। इसके लिए उन्होंने डीडीसी को निर्देश दिया कि सभी 16 ब्लॉक में कैंप आयोजित किया जाए और मोबाइल रजिस्ट्रेशन टीम बनाकर सभी पंचायत में इस योजना का प्रचार प्रसार एवं निबंधन कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि इस कार्य में सभी बीडीओ, बीपीआरओ, बीपीएम (जीविका ), कार्यक्रम पदाधिकारी (मनरेगा) और विकास मित्रों को लगाया जाए । उनके लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि 29 फरवरी तक श्रम अधीक्षक के लिए 15000 लाभुक और जिला कल्याण पदाधिकारी के लिए 10000 लाभुकों के रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने आगे कहा कि प्रभारी निदेशक, डीआरडीए को निर्देश दिया कि वे लगातार भ्रमणशील रहकर इस योजना में प्रगति लाए । बैठक में आए विभिन्न ट्रेड संघ के प्रतिनिधियों से कहा गया कि वह भी अपने पंचायत, टोला, मोहल्ला में इस योजना का प्रचार- प्रसार करें।
इस योजना में धीमी प्रगति और निर्देश का अनुपालन ससमय नहीं करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी यशपाल सिंह मीणा ने महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र से स्पष्टीकरण पूछा है।
उन्होंने आगे कहा कि वे अब इस योजना का 29 फरवरी तक प्रतिदिन मॉनिटरिंग करेंगे। समीक्षा दौरान में पाया गया कि जिला में अभी तक करीब 16000 आवेदन प्राप्त हुए हैं। बैठक में उप विकास आयुक्त शम्स जावेद अंसारी, डीपीआरओ, प्रभारी निदेशक डीआरडीए , जिला कल्याण पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र सहित अनेक हितधारक मौजूद थे।
संवाददाता : रमेश प्रसाद सिंह, बिहार